भिण्ड संयुक्त मध्य भारत के 16 जिलों में से एक था, जिसका गठन 28 मई 1948 को किया गया था। इसके बाद, नवंबर, 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के परिणामस्वरूप, भिण्ड जिला नए मध्य प्रदेश का हिस्सा बन गया एवं भिण्ड नगर पालिका जिला मुख्यालय बना।
अनेक नदियाँ एवं जल-धाराएँ इस जिले से होकर गुजरती हैं। जिले की मुख्य नदियों में चम्बल एवं सिन्द स्थित हैं। इनके अलावे अन्य महत्वपूर्ण नदियों में कुँवारी, पाहुज, असन एवं वैसाली स्थित हैं।
भिण्ड की जलवायु उत्तर-पश्चिमी मानसून को छोड़कर सामान्यतःशुष्क है। भिण्ड जिले की औसत वर्षा 668.3 mm दर्ज है।
भिण्ड नगर पालिका में कुल 39 वार्ड हैं। इसके पूर्व में उत्तर प्रदेश, पश्चिम में मुरैना, उत्तर में चंबल नदी एवं दक्षिण में ग्वालियर स्थित है।
भिण्ड मध्य प्रदेश का सबसे उत्तरी जिला है, जो ग्वालियर के उत्तर-पूर्व में चम्बल एवं सिंध की घाटी में कुंवारी एव पाहुज नदियों के बीच स्थित है। भिण्ड नगर पालिका मध्य प्रदेश राज्य के भिण्ड जिले में 26°34'50" उत्तरी अक्षांश एवं 78°48'05" पूर्वी देशांतर पर अवस्थित है।
भिण्ड नगर इस प्रदेश के सभी मुख्य शहरों से रेलमार्ग एवं सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा है। यह ग्वालियर के पूर्व में स्थित है। राष्ट्रिय राजमार्ग क्र. 92 भिण्ड से होकर गुजरता है। भिण्ड जिला मुख्यालय होते हुए ग्वालियर एवं इटावा से सड़क मार्ग से सीधे जुडा है। ग्वालियर से यह रेल-मार्ग से भी जुड़ा है जबकि भिण्ड-इटावा रेल मार्ग निर्माणाधीन है। इस तरह भिण्ड अपने आसपास के अन्य शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। निकटतम हवाई-अड्डा 74 km दूर ग्वालियर में स्थित है।